नारी शक्ति की उड़ान: आस्था पूनिया बनीं पहली महिला
फाइटर पायलट
आज फिर हमारे सामने कितनी खुबसुरती से नारी शक्ती की उदाहरण समाने आयी हैं। भारतीय नौसेना के इतिहास में एक गौरवपूर्ण क्षण दर्ज किया गया है, जब सब लेफ्टिनेंट आस्था पूनिया ने देश की पहली महिला फाइटर पायलट बनकर इतिहास रच दिया।
हर बेटी को अब अपने सपनों की उड़ान मिलनी चाहिए
यह केवल एक लड़की की सफलता नही है पूरे देश की बेटियों के लिए एक
नई प्रेरणा है आस्था पूनिया ने यह साबित कर दिया है कि
लड़कियों को कमतर आकना उसे घरेलू काम तक सिमीत रखना समाज को कही ना कही
पिछे ले जा रही है, लड़कियो की काबिलियत और साहस को पहचानना समाज
का पहला कर्तव्य भी हैं।
गोल्डन विंग्स’ से सम्मानित होकर बढ़ाया देश
का मान बेटियों को दी नई पहचान
3 जुलाई 2025 को विशाखापत्तनम के आईएनएस डेगा में आयोजित एक भव्य समारोह
के दौरान, आस्था पूनिया ने बेसिक हॉक कन्वर्जन कोर्स सफलतापूर्वक पूरा किया। इस अवसर पर उन्हें नौसेना के सहायक प्रमुख (एयर) रियर एडमिरल जनक बेवली द्वारा ‘गोल्डन विंग्स’ से सम्मानित किया गया। आपको बता दे कि यह सम्मान केवल उन्हीं पायलटों
को प्रदान किया जाता है जो फाइटर जेट उड़ाने की पूर्ण योग्यता प्राप्त कर लेते
हैं।
आस्था पूनिया ने तोड़ी सीमाएँ, महिलाओं को दी नई उड़ान
इस कोर्स में उनके साथ लेफ्टिनेंट अतुल कुमार ढुल ने भी स्नातक किया, लेकिन आस्था की ऐतिहासिक उपलब्धि ने कुछ विशेष
ध्यान आकर्षित किया है जानकारी के अनुसार इससे पहले, नौसेना में महिला अधिकारी
केवल टोही विमानों और हेलीकॉप्टरों की उड़ान तक सीमित थीं। अब, आस्था ने फाइटर जेट पायलट बनकर एक नया इतिहास से लोगो का ध्यान अपने ओर
आकर्षित किया हैं। आस्था पूनिया का फाइटर स्ट्रीम में शामिल होना
भारतीय नौसेना की लैंगिक समानता और नारी सशक्तिकरण के प्रति गौरवपूर्ण क्षण को दर्शाता है।
यह
सफलता देश की उन सभी बेटियों के लिए संदेश है जो बड़े सपने देखने रही हैं और कही
ना कही अपने जीवन संघर्ष कर रही है और हिम्मत से आगे बढ़ रही है आस्था ने साबित कर
दिया कि हौसले बुलंद हों तो कोई भी
मंज़िल दूर नहीं होती। उन्होंने यह भी दिखाया कि लड़कियाँ किसी भी क्षेत्र में पीछे नजर नही रहेगी पर उन्हे हमारी और आपकी सहयोग की खास आवशयकता हैं।
आज जब
देश नारी शक्ति की बात करता है, तब आस्था पूनिया जैसी
बेटियाँ उस बात को जमीन पर साकार करती नज़र आती हैं। उनका यह कदम भविष्य की कई
पीढ़ियों को उड़ान भरने की प्रेरणा रही हैं।
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